*मै दीपक हूँ, मेरी दुश्मनी तो* *सिर्फ़ अंधेरे से है,,,,**हवा तो बेवजह ही मेरे* *ख़िलाफ़ है!**हवा से कह दो कि खुद को* *आज़मा के दिखाए,,,,,,**बहुत दीपक बुझाती है,* *एक जला के दिखाए !!* 🙏🙏शुभ प्रभात🙏🙏* को मार्च 06, 2021 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
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