सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं
*अभिमान तब आता है* *जब हमे लगता है हमने कुछ काम किया है,* *और**सम्मान तब मिलता है जब दुनिया को लगता है, कि आप ने कुछ महत्वपूर्ण काम किया है* *जो दूसरों को इज़्ज़त देता है* *असल में वो खुद इज़्ज़तदार होता है* *क्योकि* *इंसान दूसरो को वही दे पाता है* *जो उसके पास होता है।* 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚 *🙏स्नेह वंदन🙏*🌸 *सुप्रभात*
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें